रहस्यमय राजमहल की कहानी

एक रहस्यमय राजमहल में एक जवान विद्वान कहानी लेखक रहता था। वह अक्सर राजमहल के इतिहास और रहस्यों को अनुसंधान करता था।
 एक दिन, उसे एक चिट्ठी मिली जिसमें लिखा था, "रात को राजमहल में एक रहस्यमयी प्रतियोगिता आयोजित होगी। आपका आमंत्रण है।"
उत्सुकता से भरा हुआ, वह राजमहल पहुंचा और रात के अंधेरे में एक छुपे हुए कमरे में पहुंचा। प्रतियोगिता में सिर्फ वही कवि थे, जिन्हें राजमहल के बारे में विशेष ज्ञान था।

प्रतियोगिता शुरू हो गई और कवि एक-एक करके रहस्यमयी सवालों का सामना कर रहे थे। चरवाहे राजमहल के अंदर के छिपे हुए हिस्सों तक पहुंचने की कहानियां सुनाते।

बारिश की बूंदों की आवाज और आत्मीय स्थल के भयंकर अनुभव ने प्रतियोगिता को और रोमांचक बना दिया। आखिरकार, अंतिम सवाल था, "कौन सा रहस्य राजमहल का सबसे बड़ा है, लेकिन सबसे कम दिखाई देता है?"

दरअसल, इस रहस्य का सबसे बड़ा उजागर होने का समय सिर्फ प्रतियोगिता की आखिरी गाढ़ रात था। अचानक, कवि के दिमाग में एक उत्तर उभर आया। उसने चिट्ठी पर "सपना" लिखा और उसे दिया।

यह उत्तर सही साबित हो गया। राजमहल का सबसे बड़ा रहस्य था "सपना," जो सबको दिखता है, लेकिन सबके दिलों में छुपा रहता है। कवि ने प्रतियोगिता जीती, और उसे एक पुरानी पुस्तक और बड़ी संख्या में सोने के सिक्के का इनाम मिला।

प्रतियोगिता के बाद, कवि राजमहल से बाहर आया और वह उस पुस्तक को पढ़ने बैठ गया। उस पुस्तक ने उसे राजमहल के अभियांत्रिकी और भूतिक गतिविधियों के बारे में भी रहस्यमय ज्ञान दिया। वह रहस्य भरी कहानियों को अपनी नई कहानियों में सम्मिलित करता गया, और उसका नाम दुनिया भर में मशहूर हो गया।