सच्चे इश्क़ में अल्फाज़ से जयादा एहसास की अहमियत होती है,
जो न था नसीब में उसी को टूटकर चाहा हमने,,
खुदा जाने कैसी कसर रह गई उसे चाहने में,
की वो जान ही न पाई की मेरी जान है,,
न रोक कलम मुझे ,दर्द लिखने दे आज या तो
दर्द रहेगा या दर्द देने वाला,,
नाम तेरा ऐसा लिख चुके है अपने वज़ूद पर
की तेरे नाम का भी कोई मिल जाये
तो भी दिल धड़क जाता है 💓
तेरी साँसों को मेरे दिल में पनाह मिल जाये
अगर तू न मिले तो ये दिल
किसी और के इश्क़ में फनाह हो जाये,,
तन्हाई की दीवारो पे घुटन का पर्दा झूल रहा है,
बेबसी की छत के निचे कोई किसी को भूल रहा है,,
छू जाते हो तुम हर रोज़
एक खवाब बनकर
कौन कहता है तुम मेरे करीब नही